राजमाता के परिवार में वाद विवाद चल रहा है –
कामवाली टीवी बाई ने हमें आँखोदेखा हाल सुनाया !
हरी काँगू – मेरी कमीज में दाग नहीं है! “ हमारा हाथ गरीबों के साथ” , ये गरीबों की कमीज है इसलिए तुम गरीब विरोधी लोगों को
मटमैली नजर आ रही है पर तुम्हारी कमीज में भी तो दाग हैं !
लाल कमल – पर मेरी कमीज तेरी कमीज से ज्यादा सफेद है ! वो तो मैं खदान गया था वहाँ धूल लग गया ये दाग नहीं है !
हाथी मल – ये परबल लोगों की फितरत है , दबे कुचले लोगों का मजाक ही बनाते हैं! हमारी कमीज में ये दाग नहीं है दवाई का सिरप गिर गया है ! क्या दबे कुचले लोगों को दवाई पीने का भी अधिकार नहीं है ?
जददू कुमार - विकास करना हमारा परमधर्म है ! जमीन से जुड़े हैं इसलिए मिट्टी का दाग लग गया है तो इसमें गलत क्या है !
इतने में संसदमहल से बड़ी माता की आवाज आयी - सब चुप हो जाओ तुम सब चुने हुए मेरे संवैधानिक औलाद हो ! कुछ नहीं होता सुपर रिन है ना, जनता के मन से धो डालेंगे !
बाहर आकर बड़े गर्वपूर्वक कहा – “ दाग हैं पर अच्छे हैं “
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