शनिवार, 1 सितंबर 2012

मारनिन्ग बाक

 
काली साँझ बेरा चेला भोला शंकर ह मोला बोलिस - महाराज तैं ह बिहाने देर तक सुत के अपन लाइफ के भेस्ट करथस ।
 

मैं बोलओं – कैसन बे , मोर लाईफ कईसे भेस्ट होथे ? 
 

भोलाशंकर बोलिस -  ई दंतेवाड़ा नई हे महाराज, रायपुर हे । इहाँ बिहाने बिहाने टनाटन टुरी मन टाईट टिरेकसूट पहिन के कुकुर घुमाथें अऊर हाय हलो घला करथें । बिहाने उठ अऊर तैं भी घुम के देख, तोर उमर भी जादा नई हे अऊर देखे में भी तोर चोखटा बने हे । कोनो सेट हो जाहि त चेहरा अऊर फरिहा जाही । 
 

मैं बोलओं – चल बे साले एक ठन तो नई सम्भले । साले रात के नींद उ ह खराब कर दिये हे अऊर दूसर ओखली के जुगाड़ में बिहान के अपन नींद खराब करहूँ ।

मगर साला बेंदरा कतको बुढ़ा जाय गुलाटी मारे के मौका नई छोड़े । मैं घलो सोचओं
, चलो साले टिराई करे में का हरज हे । कालि राति के फटाफट चौका बर्तन माँज के फेसबुक म गुडनाईट लिख, नींद के गोली दबा के सुत गेओं अऊर बिहाने बिहाने नवा टिरेकसूट में सेंट लगा के निकलेओं ..  का कइथें ओला ...  हाँ जोगीन्ग ।

 


रास्ता म एकठन इंग्लिस स्टाईल के कपड़ा म टुरी टाईप के माई ह बिना लेन्गड़ी के करिया कुकुर ला हगाथ रहे, ओला देख के ऑटोमेटकली मोर मुँह से डिलिवरी होगे ..  हैब ए नाईस डे मेडम

उ साली ह स्टाईल से मुस्किया के डाईरेक्ट मोर बेज्जती खराब कर दिस ।

मोला बोलिस – सेमटू यू

मोर दिमाग खराब होगे मैं घला ओकर मुँह के उपर ही इमिडियेट रिप्लाई देओं ...   जा बे तोर एसन कतिक आगे पाछू घुमत हें। साली तैं सेमटी
, तोर कुकुर घलो सेमटू ।

साले इ शहर के टुरी मन अब्बड़ अनएग्रीकल्चर्ड होथें बे । रत्ती भर भी पेटीकेट नई हे । थू हे ऐसन मारनिन्ग बाक म, जेनला कुकुर घुमाय के शौक हे उ जाओ
, मैं त अब मोर बाई ह ले जाही तबैं जाहूँ
 


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