रविवार, 14 अगस्त 2011

राशिद अल्वी का ब्लेकमेल


आज मेरा चेला बड़ी हड़बड़ी में हाँफता हुआ मेरे पास आया और कहने लगा कि नाहक ही राशिद अल्वी भाईजान बातों का बखेड़ा खड़ा कर रहें ! कह रहें हैं कि अन्ना सरकार को ब्लेक मेल कर रहे हैं ! अब रमजान के महीने में वो सफेद झूठ कैसे कह सकते हैं ! मैंने चेले से कहा तुम बड़े ही नासमझ हो ! बार बार कहता हूँ किसी विद्वान की कोई बात समझ में नहीं आती तो मुझसे पूछ लिया करो ! अल्वीभाई जान को हम बहुत पहले से जानते हैं वे बड़े सुलझे हुए बुध्दिमान व्यक्ति हैं और उसूलों के पक्के ! कई बार देश हित मे अपने हितों को त्याग कर पार्टी बदली है लेकिन चरित्र नहीं बदला ! वो बिल्कुल सही कह रहे हैं ! चेला गुस्से का घूँट पीकर नाराजगी मिश्रित करते हुए निवेदन की श्रेणी मे कहा तो क्या अन्ना सरकार को ब्लेक मेल कर रहे हैं ? हमने भी हमारे मोमबत्ती ब्रिगेड समाज के महापुरूष स्वामी अग्निवेश का चरित्र को आत्मसात करते हुए कहा नहीं ये भी सत्य नहीं है ! दरअसल दोनो अपनी जगह सही हैं ! तुम्हारा बोध इतना उच्चस्तरीय नहीं है कि इसे समझ सको ! चेले ने पूरी तरह आत्मसमर्पण करते हुए कृतज्ञ भाव से चरणो में बैठकर पूछा माईबाप जी बताईए इसका क्या मतलब है ! हमने कहा- वत्स, अन्ना ने प्रधानमंत्री को चिठ्ठी लिखी कि नहीं ? चेला ने कहा- हाँ वो चिठ्ठी तो मेरे पास भी है ! तो मुझे ये बताओ ये चिठ्ठी तुमको इतनी जल्दी कैसे मिली और ये किस रंग की स्याही से लिखा गया है !  चेले ने कहा ये मुझे ई मेल से मिला तथा इसकी स्याही का रंग का तो मुझे पता नहीं  लेकिन मैंने लेजर प्रिंटर से निकाला है तो ब्लैक कलर में है ! हमने कहा सुन मेरे भाई इस देश के प्रधानमंत्री के कार्यालय में तेरे से ज्यादा तकनीक की व्यवस्था है वहाँ भी ये चिठ्ठी डाकिये द्वारा नहीं मेल से ही भेजी गई होगी और प्रिंट शायद कलर टोनर खत्म हो जाने के कारण ब्लैक स्याही में हुआ होगा ! तो जब ब्लैक स्याही में कोई मेल आयेगा तो इसे क्या कहेंगे “ब्लैक मेल” ही ना ! इसमें हायतौबा मचाने की क्या जरूरत है ! अब समझा लेकिन तु मेरा चेला है इसलिए  बता रहा हूँ वास्तव में ब्लैकमेलिंग क्या होती है - किसी की कमजोर नस दबाना और अपनी बात मनवाना ! अब अन्ना भी तो भ्रष्टाचार की नस दबा कर जनलोकपाल पास करने को कह रहा है और दूसरी बात राशिद अल्वी कांग्रेस नेता है तो जब कांग्रेस के मंच पर बैठते हैं तो धर्मनिरपेक्ष हो जाते हैं सिर्फ़ कांग्रेस धर्म होता है और मम्मी देवी ! अब किसी के धर्म और देवी पर संकट आयेगा तो वह कैसे चुप रहेगा ! लेकिन सुन इसे मत लिखना क्योंकि सरकार से हम मोमबत्ती ब्रिगेड को बहुत अनुदान मिलता है ! हम उनका नमक खाते हैं और नमक हराम होना अच्छी बात नहीं है ! जो पहले बताया है वही लिखना ! चेला बोला ठीक कह रहे हो सर अभी जाकर इसे आर्टिकल के रूप में लिखता हूँ ! ऐसा कोई भी नहीं लिख पायेगा , मुँहमाँगा रकम मिलेगा !! जय हो !!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें