सोमवार, 21 नवंबर 2011

शेरनी मरडर के खुपिया जाँच

काली मोर मितान पी के सिंह ह मोर बर उर्जा पार्क मा पार्टी रखे रहिस ..एकदम पिराईवेट पार्टी .. खूब जमीस जब तीनो झन मिल के बैठ्यों ..... ऊ, मैं अऊर खम्बा ! प्रोटोकाल के पूरा फालो करथे हमर सिंग साहब एक कोती मैं, दूसर कोती वो अऊर बीच म मुख्य अतिथि ऐसन माढे रहिस खम्बा ! अब जब दुनो के बाडी के स्टोर म खम्बा के सप्लाई ह पहुँचिस तो दुख सुख के चर्चा निकलीस !


सिंग साहब मोला अब्बड़ इंटिलिजेंट समझते अऊर कोनो भी सिरियस मेटर मोर संग ही डिस्कस करथे! इ बात दूसर हवे कि सरकारी रिकार्ड में लोग मोला इंटिलिजेंट नही मानथें! अब लोग मन के दोष नई देंव गा! “एक इंटिलिजेंट ही दूसर इंटिलिजेंट के पहचानथे” ऐसन मैं नहीं दुनियाभर के इंटिलिजेंट मन बोलथें! इही कारन मैं रिस्पेक्ट फुल्ली ओला पी के सिंह के बदले सिंग साहब बोलथों !


खैर जान देव असल मुद्दा में आथों ! बाडी के स्टोर म दू तीन खेप के सप्लाई के बाद दिमाग म उर्जा के संचार हुईस तो सिंग साहब एकदम सिरियस मूड में आ गीस अऊर मुण्डी ला खुजा के बोलिस महाराज इ हमर प्रदेश के शेरनी मन के मरडर काबर होथे ! मैं बोलेओं अरे रहेन दे सिंग साहब इहाँ हमर बस्तर म अतिक मनखा मन के मरडर होथे अऊर तोला शेरनी के पड़े हे!


सिंग साहब बोलिस देखो महाराज इ मोर बर एकदम सिरियस मेटर हवे और इकर दू कारन हवे ! पहीली तो हमन मन थोड़कनी एक्स्ट्रा मेहनत से मनखा के प्रोडक्शन बढ़ा के एकर कमी के भरपाई कर सकत हों मगर शेरनी के भरपाई कैसन करबो ! अऊर दूसर कारण मोर पर्सनल हवे मैं ह सरदार अऊर धोनी के एसी हूँ ! मैं बोलेओं अरे सिंग साहब इ एसी का होथे !


सिंगसाहब एकदम गर्व से मुस्किया के बोलिस महाराज नवा टेकनिकल वर्ड हवे ! लोगबाग बड़े लोगन के खाली फैन होथें! मैं ओकर मन ले हाई स्टेण्डर्ड के फूल्ली डिवोटी हूँ एही खातिर अपन आप ला एसी कहथों! मैं पूछेओं सिंग साहब कौनो कौनो बीच स्टेण्डर्ड के भी होथें का कूलर टाईप के? हाँ होथे ना महाराज अग्निवेश ला नई जानथ का तैं !  

खैर ओला जान दे , मोला इ बता सरदार अऊर धोनी के का फण्डा हवे ! सिंग साहब बोलिस महाराज इ दूनो झन अपन पूरा काम धाम ला छोड़ के टीवी म दिन रात रिक्वेस्ट करथें शेर ला बचाव  शेव द टाईगर ! मोला एकदम खराब लगथे साला एक तरफ अतका बड़खा मन हाथ जोड़ के रिक्वेस्ट करथें अऊर हमर प्रदेश  म ओकर बेमतलब मरडर होथे ! ऐसने गर प्रदेश म शेर के मर्डर होते रहिस तो एक दिन सब्बो शेर सिरा जाही अऊर सिंह खतम मतलब चमन ह उजाड़ ! मोला तो अब्बड़ चिंता होथे ! महाराज तैं तो संजय हस जरा अपन दूरदृष्टि ला फेंक के पता कर ऐसन काबर होथे !


सिंग साहब तैं चिंता झन कर मैं अपन चेला खबरी लाल भोलाशंकर ला एकर खुपिया जाँच के अभियान में लगा देथों ! सिंग साहब बोलिस एमा तो टाईम लगही ! मैं बोलेओं मोर खबरी लाल कोनो सीबीआई नई हवे देखबे एक दू दिन में रिपोर्ट आ जाही !  


दू ही च दिन बाद मोर चेला खबरी लाल भोलाशंकर अपन जाँच रिपोर्ट सबमिट करिस ! ओला मैं सब्बोझन ला बताथों ! प्रदेश में शेर के मरडर नई होथे केवल शेरनी मन ही टारगेट में हवे अऊर पता चलिस कि दू पैर वाले जानवर मन जँगल में अतिक्रमण करथें तो नाराज हो के शेरनी मन आंदोलन करे बर शहर डाहर आथें तो गरिया के दू पैर वाले जानवर मन ओकर मरडर कर देथें ! 


इ तो आफिसियल रिपोर्ट हवे मगर गोपनीय जाँच रिपोर्ट में एक गजब बात सामने आईस ! साला शेरनी के मरडर के बाद ओकर एक विशेष अंग गायब हो जाथे ! अऊर खबरी लाल बतात रहिस कि ऐ विशेष अंग कोनो तान्तरिक किरिया में काम आथे! ओला शक हवे कि शेरनी मन के कोनो सुनियोजित किरियाकरम में मरडर होथे ! पहली शेरनी के विशेष अंग ह प्रदेश के दूसर कोना में स्मगल हो के एक्सपोर्ट हो गईस एही खातिर दूसर शेरनी के मरडर होईस ! 


अब देखो कऊन एकर उपयोग करथे अऊर सफल होथे इ तो दू साल बाद ही पता चलही ! मगर एखर ले पहिले कुछ उठापटक होई तो मोला इ तान्तरिक क्रिया में पूरा विश्वास हो जाही अऊर मैं घला इ विशेष अंग के जुगाड़ करहूँ फेर अन्ना अऊर रामदेव टाईप के मीडिया बाबा ला छोड़ के कोनो दूसर सिध्द तान्तरिक बाबा ला धरहूँ अऊर अपन कप्तानी मा सिंघम टाईप बिन्दास होकर प्रदेश के रिवर्स गेयर में विकास करहूँ !! जय हो !!

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