बुधवार, 7 दिसंबर 2011

महाराज का FDI आशंका निर्मूलन प्रवचन

दो दिन से लोगों ने जीना हराम कर दिया है लेकिन शिकायत भी किससे करें ! सारी गलती हमारी खुद की है ! सारा देश सर्दी पावर के चमाट प्रकरण पर मस्ती  में झूमकर एक सुर में गा रहा था

चाँटा लगाआआआआआआ
हाय लगा हाय लगा,
थोबड़ा में पीछे से, कनपट्टी के नीचे ,
चाँटा लगाआआआआआआ !

वो तो हमारे छोटे दिमाग में खुजली हो गई जो जेएनयू बुध्दजीवी टाईप कामरेडी बनने के चक्कर में पब्लिकली ये गाना गा बैठे 

व्हाय दिस कोलावेरी कोलावेरी कोलावेरी डी
तुम्म चाँटा लागा के खुश होईन्ग होईन्ग
मन्नू मण्डली वालमार्ट को घुसेड़िन्ग घुसेड़िन्ग
पा पप्पा पें पा पप्पा पें पा पप्पा पें पा पप्पा पें पें
ओ के ममा ट्यून चेन्जा
, ओंन्ली ईंगलिस आँ
मन्नू कलर व्हाईट व्हाईट  एफडीआई रिटेल ब्लेक ब्लेक
इंडिया आ के लूटिन्ग लूटिन्ग
मरिन्ग मरिन्ग, हन्ग्री मरिन्ग, परचून बनिया हन्ग्री मरिन्ग
व्हाय दिस कोलावेरी कोलावेरी कोलावेरी डी

बस क्या था सारे लोगों ने हमको सिरीयसली ले लिया और चाँटा त्यौहार का नशा उतरते ही चालू हो गये टाँग अड़ाऊल प्रोग्राम में ! बस अब जिसे देखो रिटेल व्यापार में विदेशी निवेश को लेकर चारो तरफ हो हल्ला मचा रहा है ! नंग ढड़ंग टीवी यानी NDTV टीवी पर रविश बाबू कुछ बकरूद्दीन टाईप के लोगों को बिठाकर पंचायती करने लग गये और ये सरदारी बेगम का कुनबा अपना बचाव करने के लिए रिजेक्टेड गुड्स भागदुमदबाके पाल बाबू को भेज कर अपना छिछालेदर करवा रही थी ! अब मामला बिगड़ते देख बाबू मोसाय को आधी रात में संकटमोचक महाराज यानी हमारी याद आई ! साले पहले तो शौच कर देते हैं और जब बदबू फैलने लगती है तब हमारी याद आती है ! खैर बाबू मोसाय ने डाईरेक्ट हमसे फोन किया लेकिन हमने बरसाती गन्ना खुजारे के फोन पर काल डायवर्ट कर दिया जिसने मौका पाकर गन्ना बाबू फिर से टोपी धोकर अनशन अनशन खेलने का अल्टीमेटम देकर नई मुसीबत पैदा कर दिया !

लेकिन बाबू सरकारी डण्डे में बड़ी ताकत होती है ! हमने देखा है भाई, रामू बाबा की धोती को आधी रात में जबरन सिलाई कर सलवार सूट बना दिया था ! लोकल पुलिस द्वारा हमें आधी रात को किडनेप पर थाने लाया गया ! हमने बाबा रामू के प्रकरण से सीख लेकर तुरंत अपने पिछवाड़े के सम्मान की रक्षा करते हुए ससम्मान आत्म समर्पण किया और बाबू मोसाय से वायरलेस वाकीटाकी में बात करने में भलाई समझी !

बाबू मोसाय ने आदेशात्मक लहजे में हमसे निवेदन किया महाराज ये FDI प्रकरण से हमारी रक्षा करो ! हमने कहा भाई मना कर दो ये साले अपने बाप अमेरिका के नहीं हुए तो हमारे क्या होंगे, नुकसान ही होगा ! लेकिन बाबू मोसाय ने कहा महाराज मन तो हमारा भी नहीं है लेकिन क्या करें मना करें भी तो किसके दम पर ! ये अमेरिका ही तो जबरदस्ती कर रहा है अपनी मुसीबत हमारे गले डाल रहा है और आप तो जानते हो उसको मना करने से कोई भी बहाना बना कर एयरपोर्ट पर सुरक्षा चेकिंग के नाम से नंगा कर द्रोणाचार्य से हमले की धमकी देता है ! कुछ करो महाराज अब इधर उत्तरप्रदेश में भी बबलू भाई की बारात ले जाकर वरमाला पहनना हैं !  

हमने मौके की नजाकत को भाँप कर सोचा चलो थोड़ा जनता की भलाई भी कर देते हैं कहा देखो बाबू मोसाय मामला चारों तरफ से घिर गया है इसलिए आप एक काम करो सबसे पहले अपने गेंग के परचून दुकानदारों के द्वारा हमें मीडिया में उनका वरिष्ठ मार्गदर्शक और हितैषी घोषित करने का जुगाड़ करो और जब तक हम कुछ जुगाड़ करें तब तक आम जनता को पेट्रोल का रेट एक रूपया कम करने का पुड़िया छोड़कर मीडिया में माहौल डायवर्ट करने का प्रयास करो ! सुबह तक कुछ ना कुछ उपाय सोचतें हैं !
  
  खैर बाबू मोसाय ने सुबह परचून दुकानदारों की सभा का आयोजन कर मीडीया में लाईव टेलिकास्ट का जुगाड़ कर दिया ! शुरूआत में समाजवादी जंगी नारों से माहौल गरमा गया लेकिन हमने तत्काल माइक सम्भाल कर परचूनिस्ट लोगों को चेलेंज किया एफडीआई को लेकर जो भी शंका हो हमसे पूछें सबका उत्तर दिया जायेगा ! लोगों ने फरियाद की महाराज ये सरदारी बेगम की जादूगरी सरकार आम लोगों की दुश्मन है छोटे व्यापारियों को भूखे मारने पर तुली हुई है ! हमने कहा भाई ये ये विदेशी कम्पनी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते ! हमारी पिच पर हम शेर हैं देखा नहीं इंग्लैण्ड की टीम का हश्र जिसने अपने देश में हमारी टीम की लुटिया डुबो दी थी उसी टीम को कैसा पटखनी देकर धूल चटाया ! इंडिया की पिच पर हम ही शेर हैं ये वालमार्ट का बाप भी हमारा कुछ नहीं उखाड़ सकता !

अरे भाई ये रिलायंस वाला अम्बानी भी तो सब्जी और बिग बाजार वाला दाल तेल नमक बेच रहा है कि नही ! क्या इससे तुम्हारी दुकान बन्द हो गयी ... परचूनिस्ट लोगों ने कहा नहीं महाराज ! इसका कारण जानते हो क्यों ..  परचूनिस्ट बोले आप ही बताओ महाराज ! हमने बड़े गर्वपूर्वक दार्शनिक अंदाज में कहा ... हमारी जनता का परचेजिंग सिस्टम ही बड़ा अजीब है भले जेब में पैसा हो लेकिन खरीदेंगे उधारी में ही अब वालमार्ट उधारी तो देगा नहीं तो कौन अपनी प्राचीन संस्कृति को भूलकर नगद खरीदने इनके दुकान जायेगा ! सालों का दुकान दो दिन में बंद हो जायेगा रिलायंस फ्रेश की तरह ! तुम लोग चिंता ना करो ! जो थोड़े बहुत डेड़ होशियार टाइप के नगद खरीदार हैं वे भी दो दिन फैशन के लिए वालमार्ट जायेंगे फिर जब जेब से पैसा खतम हो जायेगा और तनख्वाह टाईम से नहीं मिलेगी तो आपके ही दुकान में आयेंगे उधारी खरीदने ! इसलिए टेन्शन लेने का नहीं ऐसे कई इस्ट इंडिया कम्पनी आये और गये तुम्हारा धन्धा सदाबहार था, है और बना रहेगा !

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